सामाजिक विज्ञान (Political Science) :- लोकतंत्र की चुनौतियां का सब्जेक्टिव प्रश्न उत्तर (Loktantra ki Chunotiya Subjective Question Answer) यहां पर दिया गया है। जो क्लास 10th सामाजिक विज्ञान (class 10th Samajik Vigyan Subjective question) मैट्रिक परीक्षा 2023 के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और दोस्तों यहां पर लोकतंत्र की चुनौतियां का ऑब्जेक्टिव प्रश्न भी मिल जाएगा तथा आप इस वेबसाइट से सामाजिक विज्ञान का मॉडल पेपर डाउनलोड कर सकते हैं। डाउनलोड करने के लिए आपको नीचे दे दिया गया है।
- Class 10 Social Science All Chapter VVI Guess Question Paper 2023
S.N | Social Science (सामाजिक विज्ञान) 📒 |
1. | History (इतिहास) Guess Paper |
2. | Geography (भूगोल) Guess Paper |
3. | Economics (अर्थ-शास्त्र) Guess Paper |
4. | Political Science (राजनितिक विज्ञानं) Guess Paper |
5. | Disaster Management (आपदा प्रबंधन) Guess Paper |
लोकतंत्र की चुनौतियां लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न उत्तर
लघु उत्तरीय प्रश्न |
1. आतंकवाद लोकतंत्र की चुनौती है, कैसे ?
उत्तर ⇒ आतंकवाद देश की एकता और अखंडता के लिए गंभीर खतरा है। इससे देश में शांति और व्यवस्था में बाधा उत्पन्न होती है। इससे अलगाववाद व नक्सली गतिविधियों को बढ़ावा मिलता है। इन गतिविधियों से आम लोगों का जीवन खतरे में पड़ जाता है और लोगों की शांति भंग हो जाती है। अतः हम कह सकते हैं कि आतंकवाद लोकतंत्र के लिए एक गंभीर चुनौती है।
2. नेपाल में किस तरह की शासन व्यवस्था है ?
उत्तर ⇒ नेपाल की संसद में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल, यूनाइटेड मासिस्ट, लेनिनिस्ट के माधव कुमार को नेपाल का नया प्रधानमंत्री निर्वाचित किया गया। उन्हें 24 राजनीतिक दलों में से 21 दलों का समर्थन प्राप्त हुआ। 240 साल पुराने राजशाही को खत्म कर लोकतांत्रिक व्यवस्था कायम की गई। इस देश को अपना लोकतंत्र मजबूत करने की आवश्यकता है।
3. गठबंधन की राजनीति कैसे लोकतंत्र को प्रभावित करती है ?
उत्तर ⇒ गठबंधन में शामिल राजनीतिक दल अपनी आकांक्षों और लाभों के कारण गठबंधन करने को प्रेरित होते हैं, जिससे प्रशासन पर सरकार की पकड़ ढीली पड़ जाती है। नई लोकसभा में करोड़पति की संख्या सर्वाधिक है। सभी पार्टियों में आपराधिक छवि वाले सांसदों की संख्या में इजाफा लोकतंत्र के लिए चुनौती है।
4. लोकतंत्र से क्या समझते हैं ?
उत्तर ⇒ लोकतंत्र शासन का वह स्परूप है, जिसमें जनता द्वारा शासक का चयन, जनता द्वारा चयनित प्रतिनिधियों को ही निर्णय लेने का अधिकार, जनता को शासकों को बदलने, विकल्प खोजने तथा वापस बुलाने का अधिकार, संविधान द्वारा निश्चित नियमों के अनुसार कार्य करने के लिए सरकार का गठन, नागरिकों को राजनीतिक अधिकार के साथ-साथ सामाजिक एवं आर्थिक अधिकार, सत्ता में भागीदारी का विस्तार और लोकतंत्र को बहुमत की तानाशाही तथा सामाजिक भेदभाव से दूर रखना।
Class 10th Social science model paper and question bank 2023
5. बिहार की राजनीति में महिलाओं की भागीदारी लोकतंत्र के विकास में कहाँ तक सहायक है ?
उत्तर ⇒ राष्ट्रीय शिक्षा नीति में महिलाओं में निरक्षरता दूर करने, शिक्षा में आनेवाली बाधाओं के निराकरण करने तथा उन्हें प्रारंभिक शिक्षा में बनाए रखने के लिए सर्वाधिक प्राथमिकता दी गई है। परिणामस्वरूप बिहार की राजनीति में अन्य क्षेत्रों के साथ-साथ लोकतंत्र में भी महिलाओं की भागीदारी स्पष्ट रूप से बढ़ती नजर आने लगी। भारत के अन्य राज्यों की तरह बिहार में भी स्वस्थ लोकतंत्र स्थापित है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न |
1. परिवारवाद और जातिवाद बिहार में किस तरह लोकतंत्र को प्रभावित करता है ?
उत्तर ⇒ प्रायः सभी दलों के नेताओं में यह देखा गया है कि वह अपने सगे-संबंधियों, दोस्तों और रिश्तेदारों तथा अपने जाति के लोगों को दल के प्रमुख पदों पर बैठाते हैं। बिहार में जातिवादी राजनीति की जड़ें काफी गहरी हैं। यहाँ की कुछ मुख्य पार्टियाँ की राजनीति मूलतः जाति पर आधारित हैं। ये पार्टियाँ लोगों में सामाजिक वैमनस्य फैलाकर अपनी जातियों के वोट हासिल करने का प्रयत्न करते हैं। शिक्षा के अभाव में लोग नेताओं के बहकावे में आकर अपना बहुमुल्य वोट गलत लोगों को भी दे डालते हैं। जिससे विकास और सामाजिक समरसता को धक्का लगता है।
परिवारवाद और जातिवाद से ग्रसित शासनतंत्र लोकतंत्र के लिए गंभीर चुनौती है। यह न केवल देश की एकता व अखंडता के लिए खतरा है बल्कि सामाजिक व आर्थिक संवृद्धि के लिए सबसे बड़ी बाधा है।
2. क्या चुने हुए शासक लोकतंत्र में अपनी मर्जी से सब कुछ कर सकते हैं ?
उत्तर ⇒ नहीं, चुने हुए शासक लोकतंत्र में अपनी मर्जी से सब कुछ नहीं कर सकते हैं, क्योंकि लोकतंत्र जनता का, जनता के लिए और जनता के द्वारा संचालित शासन है। इसमें शासन का संचालन जन प्रतिनिधियों के द्वारा किया जाता है। भारतीय लोकतंत्र के तीन अंग हैं- कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका। इसमें कार्यपालिका विधायिका के प्रति उत्तरदायी है और विधायिका न्यायपालिका के प्रति। विधायिका कानून बनाती है, कार्यपालिका इसे कार्यान्वित करती है और न्यायपालिका उन कानूनों की समीक्षा करती है। किसी भी लोकतंत्र की सफलता में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष न्यायपालिका की भूमिका महत्वपूर्ण है। एक लोकतांत्रिक शासन के लिए वैध व उत्तरदायी शासन का होना आवश्यक है। अतः लोकतांत्रिक सरकारें संविधान के दायरे में कार्य करती हैं।
लोकतंत्र की चुनौतियां का महत्वपूर्ण सब्जेक्टिव क्वेश्चन
3. वर्तमानं भारतीय राजनीति में लोकतंत्र की कौन-कौन सी चुनौतियाँ हैं? विवेचना करें।
उत्तर ⇒ भारतीय लोकतंत्र में अनेक समस्याएँ हैं। इन समस्याओं में निश्चित रूप से मँहगाई, बेरोजगारी, आर्थिक मंदी, ग्लोबल वार्मिंग, जलवायु परिवर्तन, विदेश नीति, आंतरिक सुरक्षा, इत्यादि प्रमुख हैं।
लोकतंत्र की बड़ी चुनौतियों में लोकसभा और राज्यसभा के चुनाओं में होने वाले अंधाधुंध चुनावी खर्च, उम्मीदवारों के टिकट वितरण और चुनावों की पारदर्शिता भी सम्मिलित हैं। लोकतंत्र में महिलाओं की भागीदारी को लेकर भी चर्चाएँ होती रही हैं। भारत में लोकतंत्र की सफलता के लिए यह आवश्यक है कि राजनीति में महिलाओं की सहभागिता बढ़े। इसके अतिरिक्त आज भारतीय लोकतंत्र में भ्रष्टाचार, जातिवाद, परिवारवाद जैसी बुराइयाँ, यहाँ निर्णायक भूमिका निभाती हैं, जो लोकतंत्र के लिए एक गंभीर चुनौती है।
4. क्या आतंकवाद लोकतंत्र की चुनौती हैं ? स्पष्ट करें।
उत्तर ⇒ आतंकवाद लोकतंत्र के लिए अभिशाप है, इससे सामाजिक एकता व समरसता में बाधा पैदा होता है, लोगों का जीवन संकट में पड़ जाता है। कानून की व्यवस्था का उल्लंघन होता है। लोगों के बीच आपसी भाईचारा भंग हो जाने से आर्थिक विकास को धक्का लगता है।
अपने व्यक्तिगत हितों की पूर्ति के लिए आतंकवादी संगठन सरकार पर मनमाने ढंग से अपनी मांगों को थोपने का कोशिश करते हैं। ये संगठन कुछ गुमराह नवयुवकों का मुख्य राजनीतिक धारा से हटकर विध्वंसक गतिविधियो म लाने की चेष्टा करते हैं। इन गुमराह युवकों को धर्म, जाति आदि के नाम पर बॉटकर उसे आतंकवाद के मार्ग की ओर धकेलन का भरसक प्रयास करते हैं जो लोकतंत्र के लिए गंभीर चुनौती है।
5. न्यायपालिका की भूमिका लोकतंत्र की चुनौती है कैसे ? . इसके सुधार के उपाय क्या हैं ?
उत्तर ⇒ राजनीतिक सुधारों का काम भी मुख्यतः राजनीतिक कार्यकर्ता, दल, आंदोलन और राजनीतिक रूप से सचेत नागरिक द्वारा ही हो सकता है। कई बार कानूनी बदलाव के परिणाम एक दम उलटे निकलते हैं, जैसे कई राज्यों ने दो से ज्यादा बच्चों वाले लोगों को सख्ती से चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी, जिसके चलते अनेक लोग और महिलाएँ लोकतांत्रिक अवसर से वंचित हुई जबकि सरकार का इरादा ऐसी नहीं थी।
राजनीतिक कार्यकर्ता को अच्छे काम के लिए बढ़ावा देने हेतु कानूनों के सफल होने की संभावना ज्यादा होती है। सबसे बढ़िया कानून वे हैं जो लोगों को लोकतांत्रिक सुधार करने की ताकत देते हैं। सूचना का अधिकार इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।
10th Class Social Science Subjective Question Answer : बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा 2023 इतिहास का लघु उत्तरीय प्रश्न और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न उत्तर नीचे दिया गया है दिए गए लिंक पर क्लिक करके लघु उत्तरीय प्रश्न और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न पढ़ सकते हैं । कक्षा 10 सामाजिक विज्ञान सब्जेक्टिव क्वेश्चन 2023