Social Science Class 10th Question Answer :- समाजवाद एवं साम्यवाद (Samajwad Aur Samyavad) Subjective Question दोस्तों यहां पर मैट्रिक परीक्षा 2023 सामाजिक विज्ञान सोशल साइंस क्लास 10th का इतिहास का सब्जेक्टिव क्वेश्चन आंसर दिया गया है एवं इसमें समाजवाद एवं साम्यवाद का लघु उत्तरीय प्रश्न तथा समाजवाद एवं साम्यवाद का दीर्घ उत्तरीय प्रश्न दिया गया है तो इसे आप लोग शुरू से लेकर अंत तक एक बार अवश्य पढ़ें और इस वेबसाइट पर आपको समाजवाद एवं साम्यवाद का ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन आंसर भी मिल जाएगा।
समाजवाद एवं साम्यवाद (Samajwad Aur Samyavad) Subjective Question Answer 2023
लघु उत्तरीय प्रश्न |
1. ‘नई आर्थिक नीति’ पर एक टिप्पणी लिखें।
अथवा
नई आर्थिक नीति क्या है?
अथवा
नई आर्थिक नीति क्यों लागू की गई ? क्या यह मार्क्सवादी सिद्धांतों से समझौता था ?
उत्तर ⇒ बोल्शेविक सरकार के सत्ता सँभालते ही रूस में अनेक सुधार कार्य किया गया, फिर भी वांछित आर्थिक सुधार नहीं हो पाया एवं हर तरफ सरकार की आलोचना होने लगी। फलतः लेनिन ने 1921 ई० में नई आर्थिक नीति (NEP) लागू की। जिसके अनुसार पूँजीपतियों को सीमित रूप में संपत्ती रखने की अनुमति दी गई जो कि माक्सवादी दर्शन के विपरीत था। अतः रूस के नवनिर्माण के लिए कुछ हद तक माक्सवादी सिद्धांतों से समझौता करना पड़ा। लेनिन की इस नीति से कृषि एवं उद्योग का विकास हुआ और रूस समृद्धि के मार्ग पर आगे बढ़ा।
2. रूसी क्रांति के किन्हीं दो कारणों का वर्णन करें।
उत्तर ⇒ रूसी क्रांति के दो कारण निम्नलिखित हैं –
(i)जार की निरंकुशता एवं अयोग्य शासन : रूस का अंतिम जार निकोलस-|| एक अयोग्य एवं निरंकुश शासक था। उसे आम आदमी के सुख दुःख का कोई चिंता नहीं था। (ii)मजदूरों की दयनीय स्थिति : रूस में मजदूरों की स्थिति बहुत खराब थी। उन्हें कम वेतन पर अधिक काम करना पड़ता था। उसे राजनीतिक अधिकार प्राप्त नहीं था। अतः वे तत्कालीन व्यवस्था से नाखुश थे।
3. क्रांति के पूर्व रूसी किसानों की स्थिति कैसी थी ?
उत्तर ⇒ रूस में सर्वाधिक संख्या किसानों की थी, जिनकी स्थिति दयनीय थी। 1861 ई० में जार एलेकजेंडर-|| ने कृषि दासता समाप्त कर दी फिर भी किसानों की स्थिति में सुधार नहीं हुआ। उनके पास पूँजी की कमी थी तथा करों के बोझ से दबे थे। ऐसे में किसानों के पास क्रांति के सिवा कोई चारा नहीं था।
BSEB Class 10th सामाजिक विज्ञान ( इतिहास) समाजवाद एवं साम्यवाद Subjective Question 2023
4. प्रथम विश्व युद्ध में रूस की पराजय ने ही रूस में क्रांति हेतु मार्ग प्रशस्त किया कैसे ?
उत्तर ⇒ प्रथम विश्व युद्ध (1914-18) में रूस मित्र राष्ट्र की ओर से लड़ा था परन्तु इस युद्ध में चारों ओर रूसी सेनाओं की हार हो रही थी। युद्ध का कमान जार अपने हाथों में ले लिया था परिणामस्वरूप रूसी खजाना खाली होने लगा। जार की पत्नी जरीना और उसके तथाकथित गुरू रासपुटिन (पादरी) को षडयंत्र करने का मौका मिला, जिस कारण राजतंत्र की प्रतिष्ठा गिर गइ। अतः हम कह सकते हैं कि प्रथम विश्व युद्ध में रूस की पराजय ने क्रांति हेतु मार्ग प्रशस्त किया।
5. साम्यवाद एक नई आर्थिक एवं सामाजिक व्यवस्था थी, कैसे ?
उत्तर ⇒ 1917 ई० के रूसी क्रांति के पूर्व जारशाही शासन निरंकुश एवं तानाशाही था। परन्तु 1917 ई० के क्रांति के बाद सत्ता का बागडोर साम्यवादी एवं सर्वहारा वर्ग के हाथों में आ गया। अब उत्पादन पर पूरे समाज का अधिकार हो गया। अतः हम कह सकते हैं कि साम्यवाद एक नई आर्थिक एवं सामाजिक व्यवस्था थी।
6. रूसीकरण की नीति क्रांति हेतु कहाँ तक उत्तरदायी थी ?
उत्तर ⇒ सोवियत रूस विभिन्न राष्ट्रीयता का देश था। यहाँ स्लाव जाति के अतिरिक्त फिन, पोल, जर्मन, यहूदी आदि अन्य जातियों के लोग भी रहते थे। ये भिन्न-भिन्न भाषाएँ बोलते थे उनका रस्म-रिवाज भी अलग-अलग था। रूस के अल्पसंख्यक समूह जार निकोलस-|| के द्वारा जारी रूसीकरण की नीति से परेशान थे। जार ने रूस के सभी लोगों पर रूसी भाषा, शिक्षा और संस्कृति लादने का प्रयास किया जिससे अल्पसंख्यकों में खलबली मच गई।
सामाजिक विज्ञान ( इतिहास) पाठ -2 समाजवाद एवं साम्यवाद SUBJECTIVE QUESTION
7. पूँजीवाद क्या है ?
उत्तर ⇒ उन्नीसवीं शताब्दी में औद्योगिक क्रांति के फलस्वरूप समाज में एक नए वर्ग का उत्कर्ष हुआ, जिसके पास उद्योग के सभी साधनों पर अधिकार था अथवा वे समाज के धनी वर्गों में गिने जाते थे पूँजीवाद कहे जाते हैं।
8. खूनी रविवार क्या है ?
उत्तर ⇒ 9 फरवरी 1905 ई० में रूस में लोगों का समूह ‘रोटी दो’ के नारे के साथ सड़कों पर प्रदर्शन करते हुए सेंट पीट्सवर्ग स्थित महल की ओर जा रहे थे। परन्तु जार की सेना ने इस पर गोलियाँ बरसाई जिसमें हजारों लोग मारे गए, उस दिन रविवार था इसलिए उस तिथि को खूनी रविवार (लालं रविवार) के नाम से जाना जाता है।
9. अक्टूबर क्रांति क्या है ?
उत्तर ⇒ लेनिन द्वारा करेन्सकी सरकार को पलटने के उद्देश्य से 7 नवम्बर 1917 ई० को पेट्रोग्राड के रेलवे स्टेशन, बैंक, डाकघर, टेलीफोन केन्द्र, कचहरी एवं अन्य सरकारी भवनों पर अधिकार कर लिया। करेन्सकी रूस छोड़कर भाग गया। इस प्रकार रूस की महान नवम्बर क्रांति (जिसे अक्टबर क्रांति भी कहते हैं) सम्पन्न हआ। शासन की बागडोर अब लेनिन के हाथ में आ गया।
10. लेनिन का परिचय दीजिए ।
उत्तर ⇒ रूस में बोल्शेविक क्रांति का प्रणेता लेनिन था। उनका जन्म 10 अप्रैल 1870 ई० को हुआ था। वह जारशाही का विरोधी एवं मार्क्सवादी का समर्थक था। उसने अप्रैल थीसिस एवं नई आर्थिक नीति की स्थापना की। 1924 ई० में उसकी मृत्यु हो गई।
सामाजिक विज्ञान कक्षा 10 समाजवाद एवं साम्यवाद दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न |
1. यूरोपियन समाजवादियों के विचारों का वर्णन करें ।
उत्तर ⇒ फ्रांसीसी विचारक सेंट साइमन ने समाजवादी विचारधारा के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई उनका मानना था । कि राज्य एवं समाज के लोग एक दूसरे का शोषण करने के बजाय भौतिक एवं नैतिक उत्थान के लिए कार्य करें। एक अन्य महत्वपूर्ण यूटोपियन चार्ल्स फोरियर आधुनिक . औद्योगिकवाद का विरोधी था तथा उनका मानना था कि श्रमिक को छोटे नगर अथवा कस्बों में काम करना चाहिए। फ्रांसीसी यूटोपियन चिंतकों में लुई ब्लाँ प्रमुख था। उनका मानना था कि आर्थिक सधारों को प्रभावकारी बनाने के लिए पहले राजनीतिक सुधार आवश्यक है। फ्रांस से बाहर सबसे महत्वपूर्ण यूटोपियन चिंतक ब्रिटिश उद्योगपति रॉबर्ट ओवन था, जिसने अपनी फैक्ट्री में श्रमिकों को अच्छी वैतनिक सुविधाएँ प्रदान की और उसने महसूस किया कि मुनाफा कम होने के बजाए और भी बढ़ गया। अतः वह इस निष्कर्ष पर पहुँचा कि संतुष्ट श्रमिक ही वास्तविक श्रमिक है।
2. रूसी क्रांति के कारणों की विवेचना करें।
उत्तर ⇒रूसी क्रांति के निम्नलिखित कारण थे –
(i). जार की निरंकुशता : जार निकोलस-|| एक अयोग्य एवं निरंकुश शासक था। आम लोगों के सुख-दुख का उसे कोई चिंता नहीं था फलतः क्रांति होना असंभावी था।
(ii). मजदूरों की दयनीय स्थिति : रूस के मजदूर अत्यधिक काम करते थे किन्तु मजदूरी काफी कम थी।मजदूरों को कोई राजनीतिक अधिकार नहीं थे।
(iii). कृषकों की दयनीय स्थिति : रूस की बहुसंख्य जनसंख्या कृषक थी। कृषकों के पास पूँजी का अभाव था तथा करों के बोझ से दबे हुए थे।
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(iv). औद्योगीकरण की समस्या : यहाँ राष्ट्रीय पूंजी का अभाव था अतः उद्योगों के विकास के लिए विदेशी पूँजी पर निर्भरता बढ़ गयी थी। विदेशी पूँजीपति आर्थिक शोषण को बढावा दे रहे थे। अत: चारों ओर असंतोष व्याप्त था।
(v). रूसीकरण की नीति : जार निकोलस-|| ने रूस के सभी लोगों पर रूसी भाषा, शिक्षा एवं संस्कृति लादने का प्रयास किया। इससे अल्पसंख्यकों में असंतोष की भावना फैली।
(vi). तात्कालिक कारण : प्रथम विश्वयुद्ध में रूसी सेना चारों ओर हार रही थी। जार निकोलस-|| सेना की कमान अपने हाथों में ले लिया तथा उसकी पत्नी जरीना एवं पादरी रासपुटिन को षडयंत्र करने का मौका मिल गया। जिससे राजतंत्र की प्रतिष्ठा गिर गई।
3. कार्ल मार्क्स की जीवनी एवं सिद्धांतों का वर्णन करें।
उत्तर ⇒ कार्ल मार्कस का जन्म 5 मई 1818 ई० को जर्मनी में राइन प्रांत के ट्रियर नगर में एक यहूदी परिवार में हुआ था। उनके पिता हेनरिक मास एक प्रसिद्ध वकील थे जिन्होंने बाद में ईसाई धर्म ग्रहण कर लिया। मास ने बोन विश्वविद्यालय में विधि की शिक्षा ग्रहण की। वह हीगल के विचारों से प्रभावित था। माक्स ने फ्रेडरिक एंजेल्स के साथ मिलकर 1848 ई० में एक साम्यावादी घोषणा-पत्र प्रकाशित किया जिसे आधुनिक समाजवाद का जनक कहा जाता है। मास ने 1867 ई० में ‘दास कैपिटल नामक पुस्तक की रचना की जिसे ‘समाजवादियों की बाइबिल’ कहा जाता है।
मास के सिद्धांत :
(i). द्वंद्वात्मक भौतिकवाद का सिद्धांत
(ii). वर्ग-संघर्ष का सिद्धान्त
(iii). इतिहास की भौतिकवादी व्याख्या
(iv). मूल्य एवं अतिरिक्त मूल्य का सिद्धांत
(v). राज्यहीन एवं वर्गहीन समाज की स्थापना
Class 10th Social science Samajwad Aur Samyavad Subjective Question Answer
4. रूसी क्रांति के प्रभाव की विवेचना करें।
उत्तर ⇒ रूसी क्रांति के प्रभाव निम्नलिखित हुए –
(i). इस क्रांति के पश्चात श्रमिक अथवा सर्वहारा वर्ग को सत्ता स्थापित हुई।
(ii). रूसी क्रांति के बाद विश्व विचारधारा के स्तर पर दो खेमों में बँट गए-साम्यवादी विश्व एवं पूँजीवादी विश्व
(iii) द्वितीय विश्वयुद्ध के पश्चात पूँजीवादी विश्व तथा सोवियत रूस के बीच शीत युद्ध की शुरूआत हुई और आगामी चार दशकों तक दोनों खेमों के बीच हथियारों की होड़ जारी रहा।
(iv). रूसी क्रांति के पश्चात आर्थिक आयोजन के रूप में एक नवीन आर्थिक मॉडल आया। आगे पँजीवादी देशों ने भी परिवर्तन रूप में इस मॉडल को अपनाया।इसकी सफलता ने एशिया और अफ्रीका में उपनिवेश मुक्ति को प्रोत्साहन दिया।
5. नई आर्थिक नीति क्या है ?
उत्तर ⇒ लेनिन ने 1921 ई० में एक नई नीति की घोषणा की जिसमें मार्कसवाद के मूल्यों से कुछ हद तक समझौता करना पड़ा। नई आर्थिक नीति में निम्नलिखित प्रमुख बातें थीं –
(i). किसानों से अनाज लेने के स्थान पर एक निश्चित कर लगाया गया। बचा हुआ अनाज किसान का था, वह उसका मनचाहा इस्तेमाल कर सकता था। ।
(ii). यद्यपि यह सिद्धांत में कायम रखा गया कि जमीन राज्य की है, फिर भी व्यवहार में जमीन किसान की हो गई।
(iv). 20 से कम कर्मचारियों वाले उद्योगों को व्यक्तिगत रूप से चलाने का अधिकार मिल गया। उद्योगों का विकेन्द्रीकरण किया गया।
(v). विभिन्न स्तरों पर बैंक की स्थापना की गई।
(vi) विदेशी पूँजी को भी सीमित तौर पर आमंत्रित की गई।
(vii). व्यक्तिगत संपत्ति और जीवन की बीमा भी राजकीय एजेंसी द्वारा शुरू किया गया।
(viii). ट्रेड यूनियन की अनिवार्य सदस्यता समाप्त कर दी गई। नई आर्थिक नीति के द्वारा लेनिन ने उत्पादन की कमी को नियंत्रित किया। इसके परिणाम स्वरूप कृषि एवं औद्योगिक उत्पादन में अशातीत वृद्धि हुई ।
- Class 10 Social Science All Chapter VVI Guess Question Paper 2023
S.N | Social Science (सामाजिक विज्ञान) 📒 |
1. | History (इतिहास) Guess Paper |
2. | Geography (भूगोल) Guess Paper |
3. | Economics (अर्थ-शास्त्र) Guess Paper |
4. | Political Science (राजनितिक विज्ञानं) Guess Paper |
5. | Disaster Management (आपदा प्रबंधन) Guess Paper |
10th Class Social Science Subjective Question Answer : बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा 2023 इतिहास का लघु उत्तरीय प्रश्न और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न उत्तर नीचे दिया गया है दिए गए लिंक पर क्लिक करके लघु उत्तरीय प्रश्न और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न पढ़ सकते हैं । कक्षा 10 सामाजिक विज्ञान सब्जेक्टिव क्वेश्चन 2023