Social Science Class 10th Question Answer :- भारत में राष्ट्रवाद (Bharat Me Rashtravad) Subjective Question दोस्तों यहां पर मैट्रिक परीक्षा 2023 सामाजिक विज्ञान सोशल साइंस क्लास 10th का इतिहास का सब्जेक्टिव क्वेश्चन आंसर दिया गया है एवं इसमें भारत में राष्ट्रवाद का लघु उत्तरीय प्रश्न तथा भारत में राष्ट्रवाद का दीर्घ उत्तरीय प्रश्न दिया गया है तो इसे आप लोग शुरू से लेकर अंत तक एक बार अवश्य पढ़ें और इस वेबसाइट पर आपको भारत में राष्ट्रवाद का ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन आंसर भी मिल जाएगा।
भारत में राष्ट्रवाद (Bharat Me Rashtravad) Subjective Question Answer 2023
लघु उत्तरीय प्रश्न |
1. प्रथम विश्वयुद्ध का भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन के साथ अंतर्सम्बन्धों की विवेचना करें ।
उत्तर ⇒ प्रथम विश्वयुद्ध के आरंभ होते ही ब्रिटिश सरकार ने घोषणा की कि भारत में ब्रिटिश शासन का लक्ष्य यहा क्रमशः एक जिम्मेदार सरकार की स्थापना करना है। अतः तिलक और गाँधी जैसे राष्ट्रवादी नेताओं ने ब्रिटिश सरकार को सहयोग दिया, क्योंकि उसे सरकार के स्वराज संबंधी आश्वासन पर पूरा भरोसा था। परन्तु युद्ध के आगे बढ़ने के साथ ही भारतीयों का भ्रम टूटा । रक्षा व्यय में वृद्धि के साथ ही भारतीयों पर कर का बोझ बढ़ता गया, जिससे मँहगाई काफी बढ़ गई। इसी बीच 1916 ई० में कांग्रेस के दोनो दलों-गरम दल एवं नरम दल एक हो गए। साथ ही कांग्रेस और मुस्लिम लीग के बीच राजनीतिक आन्दोलन को चलाने को लेकर समझौता हुआ।
2. असहयोग आन्दोलन प्रथम जन आन्दोलन था कैसे ?
उत्तर ⇒ असहयोग आन्दोलन महात्मा गाँधी के नेतृत्व में आरंभ किया गया प्रथम जन आन्दोलन था। इस जन आन्दोलन के मुख्यतः तीन कारण थे खिलाफत का मुद्दा .. पंजाब में सरकार की बर्बर कार्रवाइयों के विरुद्ध न्याय प्राप्त करना और अंततः स्वराज की प्राप्ति करना। इस आन्दोलन में महात्मा गाँधी के नेतृत्व में व्यापक स्तर पर लोगों की सहभागिता रही, अतः हम कह सकते हैं कि असहयोग आन्दोलन प्रथम जन आन्दोलन था।
3. बिहार के किसान आन्दोलन पर एक टिप्पणी लिखें।
उत्तर ⇒ बिहार में नील उत्पादक किसानों की स्थिति बहुत ही दयनीय थी। किसानों की माँग पर महात्मा गाँधी 1917 में चम्पारण सत्याग्रह की शुरूआत की। बिहार में 1922-23 ई० में मुंगेर में शाह मुहम्मद जुबैर के नेतृत्व में किसान सभा का गठन हुआ था। किन्तु इसे अधिक व्यापक एवं शक्तिशाली आधार 1928 ई० में प्राप्त हुआ जब स्वामी सहजानन्द सरस्वती ने बिहटा में और पुन: 1929 में सोनपुर में किसान सभा की विधिवत स्थापना की।
Bharat Me Rashtravad Subjective Question Answer
4. स्वराज पार्टी की स्थापना एवं उद्देश्य की विवेचना करें।
उत्तर ⇒ स्वराज दल की स्थापना मोतीलाल नेहरू और चित्त रंजन दास ने की। स्वराज दल का मुख्य उद्देश्य भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से भिन्न नहीं था क्योंकि यह भी स्वराज चाहते थे। परंतु इनके रास्ते थोड़े अलग थे। ये भारत में अंग्रेज द्वारा चलाए गए सभी परंपरा का अंत चाहते थे। इनकी नीति थी नौकरशाही की शक्ति को कमजोर कर दमनकारी कानून का विरोध और राष्ट्रीय शक्ति का विकास करना।
5. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना किन परिस्थितियों में हुई।
उत्तर ⇒ 1833 ई० के दिसम्बर में इण्डियन एसोसिएशन के सचीव आनन्द मोहन बोस ने कलकत्ता में “नेशनल कांफ्रेंस” नामक एक अखिल भारतीय संगठन का सम्मेलन बुलाया, जिसका उद्देश्य बिखरे राष्ट्रवादी शक्तियों को एकजुट करना था। परन्तु दूसरी तरफ एक रिटायर्ड ब्रिटिश अधिकारी ए०ओ० हयूम ने भारत में व्याप्त असंतोष को देखते हुए एक सुरक्षा कवच के रूप में कांग्रेस की स्थापना में अपना सहयोग दिया। अंततः 28 दिसम्बर 1885 ई० को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना हुई।
6. सविनय अवज्ञा आन्दोलन के क्या परिणाम हए।
उत्तर ⇒ सविनय अवज्ञा आन्दोलन के निम्नलिखित परिणाम हुए
(i). इस आन्दोलन ने समाज के विभिन्न वर्गों का राजनीतिकरण किया।
(ii). इस आन्दोलन में महिलाओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।
(iii). इस आन्दोलन के दौरान संगठन के नए तरीकों का इस्तेमाल हुआ जो कि पूर्व आन्दोलन में अनुपस्थित था।
(iv). इस आन्दोलन ने श्रमिक एवं कृषक आन्दोलन को भी प्रभावित किया।
(v). पहली बार ब्रिटिश सरकार ने कांग्रेस से समानता के आधार पर बात की।
कक्षा 10 भारत में राष्ट्रवाद का सब्जेक्टिव क्वेश्चन आंसर
7. गाँधी जी ने असहयोग आंदोलन क्यों चलाया ?
उत्तर ⇒
(i). गाँधी जी ने असहयोग आंदोलन खिलाफत आंदोलन के समर्थन में चलाया।
(ii). इसे चलाने के पीछे रॉलट एक्ट तथा जालियाँ वाला बाग की घटना भी सक्रिय थी।
(iii). गाँधीजी ने खिलाफत आंदोलन का असहयोग आंदोलन में विलय करके सभी मुसलमानों को एकीकृत राष्ट्रीय आंदोलन के झंडे के नीचे ला खड़ा किया।
8. गाँधी जी ने सविनय अवज्ञा आंदोलन को वापस क्यों ले लिया था ?
उत्तर ⇒ (i). जब भारतीय नेता बंदी बना लिये गये तो आक्रोशित भीड़ ने पेशावर की गलियों में प्रदर्शन किया और बख्तरबंद गाड़ियों तथा पुलिस की गोलीबारी का सामना किया, कई लोग मारे गये।
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(ii). एक मास बाद जब गाँधी जी स्वयं गिरफ्तार हुए तो, औद्योगिक कर्मियों ने पुलिस-चौकी, सरकारी भवनों, न्यायालयों, रेलवे स्टेश्नों तथा उन सभी ढाँचों पर हमला
कर दिया जो अंग्रेजी सरकार के प्रतीक थे।
(iii). गाँधी जी अहिंसावादी थे, अतः सविनय अवज्ञा वापस ले लिया गया।
भारत में राष्ट्रवाद दीर्घ उत्तरीय प्रश्न उत्तर
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न |
1. असहयोग आन्दोलन के कारण एवं परिणाम का वर्णन करें।
उत्तर ⇒ असहयोग आन्दोलन (1920-22) महात्मा गाँधी के नेतृत्व में प्रारंभ किया गया प्रथम जन आन्दोलन था। इस आन्दोलन के मुख्य कारण निम्नलिखित थे –
(i). खिलाफत का मुद्दा
(ii). पंजाब में सरकार की बर्बर कार्रवाइयों के विरूद्ध न्याय प्राप्त करना।
(iii). स्वराज की प्राप्ति।
1 जनवरी 1921 ई० को महात्मा गाँधी के नेतृत्व में असहयोग आन्दोलन की शुरूआत हुई। संपूर्ण भारत में असहयोग आन्दोलन को अभूतपूर्व सफलता मिली। विदेशी कपड़ों का बहिष्कार एवं छात्रों द्वारा स्कूलों, कॉलेजों का बहिष्कार जारी रहा। आन्दोलन के दौरान जामिया मिल्लिया इस्लामिया, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और काशी विद्यापीठ की स्थापना हुई। इसी बीच गोरखपुर के चौरीचौरा में क्रांतिकारियों ने थाने पर हमला करके 5 फरवरी 1922 ई० को 22 पुलिसकर्मियों की जान ले ली। फलतः गाँधी जी ने आन्दोलन को स्थगित कर दिया। इस प्रकार न ही स्वराज की प्राप्ति हुई और न ही पंजाब के अन्यायों का निवारण हुआ। इन असफलताओं के बावजूद इस आन्दोलन ने महान उपलब्धि हासिल की। कांग्रेस एवं गाँधी में संपूर्ण भारतीय जनता की विश्वास जागृत हुआ। समूचा देश एक साथ पहली बार आन्दोलित हो उठा।
2. भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन में वामपंथियों की भूमिका को रेखांकित करें।
उत्तर ⇒ 20वीं शताब्दी के आरंभिक काल में ही भारत में साम्यवादी विचारधारा के अन्तर्गत बंबई, कलकत्ता, कानपुर, लाहौर, मद्रास आदि जगहों पर सभाएँ होनी शुरू हो गई थी। किंत रूसी क्रांति की सफलता के बाद साम्यवादी विचार धाराओं का तेजी से भारत में फैलाव हुआ। उसी समय 1920 ई० में एम०एन० राय ने ताशकंद में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना की।
1929 ई० में एन०एम० जोशी ने AITUF का गठन किया। 1920 ई० में AITUC की स्थापना हुई। इसी समय किसानों एवं मजदूरों को साम्यवाद से जोड़ने का प्रयास किया गया और इसमें सफलता भी मिली। दिसम्बर 1928 में अखिल भारतीय मजदुर किसान पार्टी बनी। साम्यवादी नेताओं में जवाहर लाल नेहरू, सुभाषचन्द्र बोस, राम मनोहर लोहिया, जयप्रकाश नारायण, नरेन्द्र देव आदि प्रमुख थे। साम्यवादियों के कारण कांग्रेस में फूट पड़ गई और सुभाषचन्द्र बोस ने फारवर्ड ब्लॉक की स्थापना की।
BSEB Class 10th सामाजिक विज्ञान ( इतिहास) भारत में राष्ट्रवाद Subjective Question 2023
3. सविनय अवज्ञा आन्दोलन के कारणों की विवेचना करें।
उत्तर ⇒ ब्रिटिश उपनिवेशिक के खिलाफ गाँधी जी के नेतृत्व में छेड़ा गया यह आन्दोलन दूसरा ऐसा आन्दोलन था जिसका सामाजिक आधार काफी व्यापक था। 1930 ई० में प्रारंभ हुआ इस आन्दोलन के निम्नलिखित कारण थे-
(i). साइमन कमीशन की नियुक्ति : 1919 ई० में रॉलेट एक्ट पारित करते समय सरकार ने घोषणा की थी कि 10 वर्षों के पश्चात पुनः सुधारों की समीक्षा होगी। परन्तु समय से पूर्व ही नवम्बर 1927 ई० में साइमन कमीशन की नियुक्ति हुई जिसमें एक भी भारतीय नहीं थे। फलतःभारतीयों ने इसका जबरदस्त विरोध किया।
(ii). नेहरू रिपोर्ट : साइमन कमिशन के बहिष्कार के समय भारत सचिव ने भारतीय को एक ऐसे संविधान निर्माण की चुनौती दी जो सभी दलों एवं गुटों को मान्य हो मोतीलाल नेहरू की अध्यक्षता में एक समिति बनाया गया जो ब्रिटिश सरकार से ‘डोमिनियन स्टेट’ की दर्जा देने की माँग की जिससे कांग्रेस का एक वर्ग असहमत था। यद्यपि नेहरू रिपोर्ट स्वीकृत नहीं हो सका लेकिन इसका असर बहुत व्यापक हुआ।
(iii). विश्वव्यापी आर्थिक मंदी का प्रभाव : 1929-30 ई० की विश्व व्यापी आर्थिक मंदी का प्रभाव भारत की अर्थव्यवस्था पर काफी बुरा पड़ा। मुल्यों की बेतहाशा वृद्धि हो गई। भारत का निर्यात कम हो गया। अनेक कारखाने बन्द हो गए।
(iv) पूर्ण स्वराज की माँग : दिसम्बर 1929 ई० के लाहौर अधिवेशन में पूर्ण स्वराज की माँग की गई। 26 जनवरी 1930 ई० को पूर्ण स्वतंत्रता दिवस की माँग की गई। इस प्रकार पूरे देश में उत्साह की एक नई लहर जागृत हुआ।
4. भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन में गाँधी जी के योगदान की विवेचना करें।
उत्तर ⇒ भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन में महात्मा गाँधी का महत्वपूर्ण योगदान रहा। जनवरी 1915 ई० में दक्षिण अफ्रीका से लौटने के बाद अहमदाबाद में साबरमती आश्रम की स्थापना की। 1919 ई० से 1947 ई० तक राष्ट्रीय आन्दोलन में गाँधी जी की अग्रणी भूमिका रही। गाँधी जी के द्वारा बिहार के चम्पारण में सत्याग्रह का प्रथम प्रयोग किया गया। चंपारण एवं खेड़ा में कृषक आन्दोलन एवं अहमदाबाद में मजदूर आन्दोलन का नेतृत्व प्रदान कर गाँधी जी ने प्रभावशाली राजनेता के रूप में अपनी राष्ट्रीय पहचान बनाई। प्रथम विश्वयुद्ध के अंतिम दौर में इन्होंने कांग्रेस, होमरूल एवं मुस्लिम लीग के नेताओं के साथ घनिष्ठ संबंध स्थापित किए। रॉलेट-एक्ट के विरोध में इन्होंने सत्याग्रह की शुरूआत की।
महात्मा गाँधी ने असहयोग आन्दोलन (1920-21), सविनय अवज्ञा आन्दोलन (1930 ई०), भारत छोड़ो आन्दोलन (1942 ई०) के द्वारा राष्ट्रीय आन्दोलन की नई दिशा प्रदान की और अन्ततः 15 अगस्त 1947 ई० को देश आज़ाद हुआ।
सामाजिक विज्ञान ( इतिहास) पाठ -4 भारत में राष्ट्रवाद SUBJECTIVE QUESTION
5. भारत में मजदूर आन्दोलन के विकास का वर्णन करें।
उत्तर ⇒ 20वीं शताब्दी के आरंभिक वर्षों में सुब्रह्मणयम अय्यर ने मजदूरों के यूनियन के गठन की बात कही तो दूसरी ओर स्वदेशी आन्दोलन की भी प्रभाव मजदूरों पर पड़ा। अहमदाबाद में मजदूरों ने अपने अधिकार को लेकर आन्दोलन तेज कर दिया। गाँधी जी ने मजदूरों की माँग का समर्थन किया। अतः उन्हीं के प्रयास से बोनस पुनः बहाल किया गया। 1920 ई० को कांग्रेस पाटी ने ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस की स्थापना की। कालांतर में वामपंथी विचारों की लोकप्रियता ने मजदूर आन्दोलन को और अधिक मजबूत किया, जिससे ब्रिटिश सरकार की चिंता और बढ़ गई। मजदूरों के खिलाफ दमनकारी उपाय भी किए गए। 1931 ई० में ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस का विभाजन हो गया। इसके बाद में राष्ट्रीय आन्दोलन में जवाहर लाल नेहरू, सुभाषचन्द्र बोस आदि नेताओं द्वारा समाजवादी विचारों का प्रभावाधीन मजदूरों का समर्थन जारी रहा।
6. पूना समझौता कब और क्यों हस्ताक्षर हुए ?
उत्तर ⇒ डा० भीमराव अंबेडकर को दूसरे गोलमेज सम्मेलन के लिए दलित वर्ग के प्रतिनिधि के रूप में मनोनीत किया गया था। इस सम्मेलन में दलितों के लिए अलग निर्वाचन क्षेत्रों के प्रश्न पर वे गाँधीजी के साथ उलझ पड़े। जब कांग्रेस सरकार ने अंबेडकर की माँग मान ली तो गाँधीजी अमरन अनशन पर बैठ गए। उनका मत था कि दलितों के लिए अलग निर्वाचन क्षेत्रों की व्यवस्था से समाज में उनके एकीकरण की प्रक्रिया मंद पड़ जाएगी। इस मुद्दे को बाद में सितंबर 1932 ई० में पूना समझौते के माध्यम से सुलझा लिया गया। उससे दलित वगो (जिन्हें बाद में अनुसूचित जाति के नाम से जाना गया) को प्रांतीय व केन्द्रीय विधान परिषद में आरक्षित सीटें मिल गई परन्तु उनके लिए मतदान सामान्य निर्वाचन क्षेत्रों में ही होता था।
7. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के आरंभिक उद्देश्य क्या थे ?
उत्तर ⇒ भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस के आरंभिक उद्देश्य निम्न थे –
(i). भारत के विभिन्न क्षेत्रों में राष्ट्रीय हित के काम से जुड़े लोगों के संगठनों के बीच एकता की स्थापना का प्रयास।
(ii). देशवासियों के बीच भिन्नता और सदभावना का संबंध स्थापित कर धर्म, वंश, जाति या प्रांतिय विद्वेष को समाप्त करना।
(iii). राष्ट्रीय एकता के विकास एवं सुदृढिकरण के लिए हर संभव प्रयास करना।
(iv). महत्त्वपूर्ण एवं आवश्यक विषयों के प्रश्नों पर भारत के प्रमख नागरिकों के बीच चर्चा करना एवं उनके संबंधों में प्रमाणों का लेख तैयार करना।
(V). प्रार्थना पत्रों तथा समाचार पत्रों द्वारा व्यवसाय एवं उनकी काउंसिल से सुधार हेतु प्रयास करना। इस तरह कांग्रेस का आरम्भिक उद्देश्य शासन में सिर्फ सुधार करना था।
भारत में राष्ट्रवाद ka Subjective question answer class 10 2023
8. रॉलट एक्ट के विरूद्ध लोगों की क्या प्रतिक्रिया थी ?
उत्तर ⇒ (i). गाँधीजी ने 6 अप्रैल 1919 ई० को देशव्यापी हड़ताल का आहवान किया। उन्हें बंदी बना लिया गया।
(ii). दिल्ली, अहमदाबाद तथा पंजाब में असंतोष फैल गया। अमृतसर में डॉ. सत्यपाल तथा डॉ० सैफुद्दीन किचलू नामक दो लोकप्रिय नेता बंदी बना लिये गये। अमृतसर में लोगों ने शांतिपूर्ण जुलूस निकाला और इन गिरफ्तारियों का विरोध करते हुए अपने नेताओं की रिहाई की माँग की।
(iii). इन नेताओं की गिरफ्तारी के विरूद्ध 13 अप्रैल, 1919 ई० को अमृतसर के जालियाँवाला बाग में सार्वजनिक सभा की घोषणा की गई।
(iv). वहाँ जनरल डायर आ पहुँचा और 1000 से भी ज्यादा लोग मार डाले गए।
(v). जैसे ही जालियाँवाला बाग का समाचार फैला उत्तर भारत के कई नगरों में भीड़ गलियों में उतर आई। हड़तालें हुई, पुलिस से झड़पें हुई और सरकारी भवनों पर हमले किये गये।
- Class 10 Social Science All Chapter VVI Guess Question Paper 2023
S.N | Social Science (सामाजिक विज्ञान) 📒 |
1. | History (इतिहास) Guess Paper |
2. | Geography (भूगोल) Guess Paper |
3. | Economics (अर्थ-शास्त्र) Guess Paper |
4. | Political Science (राजनितिक विज्ञानं) Guess Paper |
5. | Disaster Management (आपदा प्रबंधन) Guess Paper |
10th Class Social Science Subjective Question Answer : बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा 2023 इतिहास का लघु उत्तरीय प्रश्न और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न उत्तर नीचे दिया गया है दिए गए लिंक पर क्लिक करके लघु उत्तरीय प्रश्न और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न पढ़ सकते हैं । कक्षा 10 सामाजिक विज्ञान सब्जेक्टिव क्वेश्चन 2023