सामाजिक विज्ञान (Political Science) :- लोकतंत्र की उपलब्धियां का सब्जेक्टिव प्रश्न उत्तर (Loktantra Ki Uplabdhiya Subjective Question Answer) यहां पर दिया गया है। जो क्लास 10th सामाजिक विज्ञान (class 10th Samajik Vigyan Subjective question) मैट्रिक परीक्षा 2024 के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और दोस्तों यहां पर लोकतंत्र की उपलब्धियां का ऑब्जेक्टिव प्रश्न भी मिल जाएगा तथा आप इस वेबसाइट से सामाजिक विज्ञान का मॉडल पेपर डाउनलोड कर सकते हैं। डाउनलोड करने के लिए आपको नीचे दे दिया गया है।
- Class 10 Social Science All Chapter VVI Guess Question Paper 2024
S.N | Social Science (सामाजिक विज्ञान) 📒 |
1. | History (इतिहास) Guess Paper |
2. | Geography (भूगोल) Guess Paper |
3. | Economics (अर्थ-शास्त्र) Guess Paper |
4. | Political Science (राजनितिक विज्ञानं) Guess Paper |
5. | Disaster Management (आपदा प्रबंधन) Guess Paper |
Class 10th Social science Loktantra Ki Uplabdhiya Subjective Question Answer
लघु उत्तरीय प्रश्न |
1. गैर लोकतांत्रिक व्यवस्था पर टिप्पणी लिखें।
उत्तर ⇒ गैर लोकतांत्रिक व्यवस्था में फैसले शीघ्र एवं प्रभावी लिए जाते हैं। गैर लोकतांत्रिक व्यवस्था में फैसले किसी खास व्यक्ति द्वारा किए जाते हैं। इस फैसले को लम्बी प्रक्रिया से गुजरना नहीं पड़ता है। शीघ्रता से लिए गए फैसले कभी-कभी प्रसांगिक एवं न्यायोचित भी लगते हैं।
2. क्या लोकतंत्र अपने उद्देश्य की प्राप्ति कर रहा है ?
उत्तर ⇒ हाँ, लोकतंत्र अपने उद्देश्य की प्राप्ति कर रहा है। वर्तमान में लगभग 100 देशों में लोकतंत्र किसी-न-किसी रूप में विद्यमान है लोकतंत्र का लगातार प्रसार एवं उसे मिलने वाला जनसमर्थन यह साबित करता है कि लोकतंत्र अन्य सभी शासन-व्यवस्थाओं से कहीं बेहतर है।
3. लोकतंत्र में विरोधी पक्ष की भूमिका का उल्लेख करें।
उत्तर ⇒ चुनाव हारने वाला दल विरोधी पक्ष की भूमिका निभाते हैं तथा वे सरकार के कामकाज, नीतियों एवं असफलताओं की आलोचना करने का महत्वपूर्ण कार्य करते हैं। वे सरकार को तानाशाही बनने से रोकते हैं। विरोधी पक्षों का काम विरोध करना, पोल खोलना तथा सत्ता से उतारना माना जाता है। इस प्रकार उनका उद्देश्य देश में एक बेहतर शासन सुनिश्चित करना होता है।
4. भारतीय लोकतंत्र के किन्हीं चार गणों का वर्णन करें।
उत्तर ⇒ भारतीय लोकतंत्र के चार गुण निम्नलिखित हैं –
(i). भारतीय लोकतंत्र में जनकल्याणकारी राज्य की स्थापना की गई है।
(ii). जनता में राजनीतिक जागृति उत्पन्न होती है।
(iii). भारतीय लोकतंत्र समानता का पोषक है।
(iv). भारतीय लोकतंत्र में लोगों में राष्ट्रभक्ति की भावना विकसित होती है।
BSEB Class 10th सामाजिक विज्ञान (अर्थशास्त्र ) अर्थव्यवस्था एवं विकास का इतिहास Subjective Question 2024
5. लोकतंत्र की सफलता की चार आवश्यक शर्तों का वर्णन करें।
उत्तर ⇒ लोकतंत्र की सफलता की चार आवश्यक शर्ते निम्न हैं –
(i). जनता की लोकतंत्र में पूरी आस्था हो।
(ii). सुशिक्षा, जिससे मनुष्य अपने अधिकार और कर्तव्य का सही ज्ञान प्राप्त कर सकें।
(iii). आर्थिक समानता की स्थापना हो।
(iv). स्थानीय स्वशासन की स्थापना हो।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न |
1. भारतवर्ष में लोकतंत्र कैसे सफल हो सकता है ?
उत्तर ⇒ भारत में लोकतंत्र की सफलता के लिए यह आवश्यक है कि सर्वप्रथम जनता शिक्षित हो। शिक्षा ही उनके भीतर जागरूक पैदा कर सकती है। भारतीय लोकतंत्र की सफलता के लिए यह भी आवश्यक है कि सरकारें प्रत्येक नागरिक को यह अवसर अवश्य प्रदान करें ताकि वे किसी-न-किसी अवसर पर बहुमत का हिस्सा बन सकें। लोकतंत्र की सफलता के लिए यह भी आवश्यक है कि व्यक्ति के साथ-साथ विभिन्न लोकतांत्रिक संस्थाओं के अंदर आंतरिक लोकतंत्र हो। बिडंबना है कि भारतवर्ष में नागरिकों के स्तर पर और खास तौर पर राजनीतिक दलों के अंदर आंतरिक विमर्श अथवा आंतरिक लोकतंत्र की स्वस्थ परंपरा का अभाव है। जाहिर है कि इसके दुष्परिणाम के तौर पर सत्ताधारी लोगों के चरित्र एवं व्यवहार गैर-लोकतांत्रिक दिखेंगे और लोकतंत्र के प्रति हमारे विश्वास में कमी होगी। इसे हम अपनी सक्रिय भागीदारी एवं लोकतंत्र में अटुट विश्वास से दूर कर सकते हैं।
लोकतंत्र की उपलब्धियां लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न उत्तर
2. भारतवर्ष में लोकतंत्र के भविष्य को आप किस रूप में देखते हैं ?
उत्तर ⇒ भारतवर्ष में लोकतंत्र की तमाम उपलब्धियों एवं परिणामों के प्रतिरोध के परिप्रेक्ष्य में जब हम अवलोकन करते हैं तो हमारे मन में मिश्रित प्रतिक्रियाएँ होती है। निराशा भी होती है, लेकिन आशाएँ भी जगती है। हमारी निराशाएँ पहले इस रूप में प्रकट होता है कि भारत में लोकतंत्र है ही नहीं अथवा भारत लोकतंत्र के लिए उपयुक्त नहीं है। किन्तु अन्य अलोकतांत्रिक व्यवस्था की तुलना में लोकतांत्रिक व्यवस्था सर्वोत्तम है भारत में लोकतंत्र का भविष्य उज्जवल है। भारतीय लोकतंत्र के 60 वर्षों की अवधि के संदर्भ में देखते हैं तो लगता है कि कालक्रम में हम काफी सफल रहे हैं। 15वीं लोकसभा 2009 ई० के मूल्यांकन से पता चलता है कि जनता ने एक साथ पूरे देश में आपराधिक छवि के उम्मीदावारों को खारिज कर दिया है। आज पूरे दुनिया में भारतीय लोकतंत्र की साख बढ़ी है।
3. लोकतंत्र किस तरह उत्तरदायी एवं वैध सरकार का गठन करता है ?
उत्तर ⇒ लोकतंत्र में लोगों को अपनी सरकार का चुनाव करने का अधिकार होता है, और जो उम्मीदवार चुना जाता है, उसे लोगों की मांगों को पूरा करने में सक्षम माना जाता है। लोकतंत्र में फ़ैसले भी कुछ कायदे-कानून के अनुसार ही लिए जाते है और कोई भी नागरिक यह सूचना प्राप्त करने का अधिकार रखता हैं | लोकतंत्र नागरिकों को उस प्रक्रिया की जांच करने का अधिकार देकर जवाबदेह, उत्तरदायी और वैध सरकार का निर्माण करता है जिसके द्वारा निर्णय किए जाते हैं। ये निर्णय मानदंडों और प्रक्रियाओं के अनुसार किए जाते हैं जो निर्णय लोगों को अधिक स्वीकार्य बनाते हैं।
4. लोकतंत्र किन स्थितियों में सामाजिक विषमताओं को पाटने में मददगार होता है और सामंजस्य के वातावरण का निर्माण करता है ?
उत्तर ⇒ समाज में विद्यमान अनेक सामाजिक विषमताओं जिसे हम विविधताओं के रूप में भी देख सकते हैं, उनके बीच आपसी समझदारी एवं विश्वास को बढ़ाने में लोकतंत्र मददगार होता है। तात्पर्य यह है कि लोकतंत्र नागरिकों को शांतिपूर्ण जीवन जीने में सहायक होता है।
यह सच है कि समाज में विभिन्न जातीय, भाषाई एवं सांप्रदायिक समूहों के बीच मतभेद एवं टकराव बने रहते हैं । लोकतंत्र विभिन्न जातियों एवं धर्मों के बीच वैमनस्य एवं भ्रांतियों को कम करने में सहायक हुआ है। साथ ही उनके बीच टकरावों को हिंसक एवं विस्फोटक बनने से रोका है । ऐसे मतभेदों के बने रहने के कई सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक कारण हैं। इनके बीच टकराव तब होते हैं जब इनकी बातों की अनदेखी की जाती है अथवा इन्हें दबाने की कोशिश की जाती है। सामाजिक मतभेदों एवं अंतरों के बीच बातचीत एवं आपसी समझदारी के माहौल के निर्माण में लोकतंत्र की अहम् भूमिका होती है। लोकतंत्र लोगों के बीच एक-दूसरे के सामाजिक एवं सांस्कृतिक विविधताओं के प्रति सम्मान भाव को विकसित करता है। इस बात को दावे के साथ कहा जा सकता है कि विभिन्न सामाजिक विषमताओं एवं विविधताओं के बीच संवाद एवं सामंजस्य के निर्माण में सिर्फ लोकतंत्र ही सफल रहा है।
इसके अतिरिक्त नागरिकों की गरिमा एवं उनकी आजादी की दृष्टि से भी लोकतंत्र अन्य शासन-व्यवस्थाओं से सिफ्र आगे ही नहीं है, बल्कि सर्वोत्तम है। लोकतंत्र की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यहाँ लोगों के बीच नियमित संवाद की गुंजाईश बनी रहती है। संवाद का अर्थ है वाद-विवाद के पश्चात् एक सकारात्मक निष्कर्ष तक पहुँचने की कोशिश, अर्थात् अपनी बातों को निर्भीकता से रखना और दूसरों की बातों को गंभीरता से सुनने की स्वस्थ परंपरा निर्मित करना । इस दृष्टि से लोकतंत्र से बेहतर और कोई दूसरी शासन-व्यवस्था नहीं हो सकती है जहाँ हर तरह की आजादी होती है।
इस प्रकार, हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि सामाजिक विषमताओं एवं विविधताओं के बीच आपसी समझदारी एवं सामंजस्य के निर्माण में लोकतंत्र अन्य गैर-लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं से काफी आगे है।
5. लोकतंत्र किस प्रकार आर्थिक संवृद्धि एवं विकास में सहायक बनता है ?
उत्तर ⇒ विभिन्न देशों में आर्थिक विकास दर इस प्रकार हैं-
(i). सभी लोकतांत्रिक शासन में 3.95 प्रतिशत
(ii). सभी तानाशाही शासन में 4.42 प्रतिशत
(iii). तानाशाही वाले गरीब देशों में 4.34 प्रतिशत
(iv). लोकतंत्र वाले गरीब देशों में 4.28 प्रतिशत हैं। उपर्युक्त आँकड़ों के अवलोकन से लोकतांत्रिक शासन-व्यवस्था से निराशा तो होती है। किन्तु किसी देश का आर्थिक विकास उस देश की जनसंख्या, आर्थिक प्राथमिकताएँ, अन्य देशों से सहयोग के साथ-साथ वैश्विक स्थिति पर भी निर्भर करती है। लोकतांत्रिक शासन में विकास की दर में कमी के. बावजूद लोकतांत्रिक शासन-व्यवस्था का चयन सर्वोत्तम होना चाहिए, क्योंकि इसके अनेक सकारात्मक एवं विश्वसनीय फायदे हैं, जिसका एहसास हमें धीरे-धीरे होता है, जो अंततः सुखद होता है।
10th Class Social Science Subjective Question Answer : बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा 2024 इतिहास का लघु उत्तरीय प्रश्न और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न उत्तर नीचे दिया गया है दिए गए लिंक पर क्लिक करके लघु उत्तरीय प्रश्न और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न पढ़ सकते हैं । कक्षा 10 सामाजिक विज्ञान सब्जेक्टिव क्वेश्चन 2024