दोस्तों मैट्रिक परीक्षा 2023 का तैयारी करना चाहते है तो यहाँ पर (Social Science) सामाजिक विज्ञान का क्वेश्चन आंसर दिया गया है जिसमें भूगोल (Geography) का मानचित्र अध्ययन का सब्जेक्टिव क्वेश्चन आंसर ( Manchitra Adhyayan Subjective Question Answer ) दिया गया है तथा सामाजिक विज्ञान का मॉडल पेपर ( Social Science Model Paper 2023 ) भी दिया गया है और आपको सोशल साइंस का ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन आंसर मानचित्र अध्ययन ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन आंसर ( Manchitra Adhyayan Objective Question Answer ) आपको इस वेबसाइट पर आसानी से मिल जाएगा।
- Class 10 Social Science All Chapter VVI Guess Question Paper 2023
S.N | Social Science (सामाजिक विज्ञान) 📒 |
1. | History (इतिहास) Guess Paper |
2. | Geography (भूगोल) Guess Paper |
3. | Economics (अर्थ-शास्त्र) Guess Paper |
4. | Political Science (राजनितिक विज्ञानं) Guess Paper |
5. | Disaster Management (आपदा प्रबंधन) Guess Paper |
भूगोल (Geography) का मानचित्र अध्ययन का लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न उत्तर
लघु उत्तरीय प्रश्न |
1. समोच्च रेखा से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर ⇒ समोच्च रेखाएँ उच्चावच प्रदर्शन की सर्वश्रेष्ठ तकनीक मानी जाती है। वस्तुतः समोच्च रेखाएँ भूतल पर समुद्र जल तल से एक समान ऊँचाई वाले बिन्दुओं को मिलाकर खींची जाने वाली काल्पनिक रेखाएँ है, जिन्हें वास्तविक सर्वेक्षणोंपरांत खींची जाती है। प्रत्येक समोच्च रेखायों के
साथ उसकी ऊँचाई का मान लिख लिया जाता है।
2. हैश्यूर विधि तथा पर्वतीय छायाकार विधि में अंतर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर ⇒
हैश्यूर विधि
- इसका विकास ऑस्ट्रिया के सैन्य अधिकारी लोहमान ने किया था।
- इसके अंतर्गत छोटी महीन व खंडित रेखाएँ खींची जाती है। ये रेखाएँ ढाल की दिशा अथवा जल बहने की दिशा में खींची जाती है।
- तीव्र ढाल वाले भागों के पास इन रेखाओं को मोटा व गहरा कर दिया जाता है। मंद ढालों में यह रेखाएँ पतली व दूर-दूर बनाई जाती है।
- समतल क्षेत्र को खाली छोड़ दिया जाता है। धरातल का भाग जितना ढलुआ होता है उतना काला दिखाई देता है।
पर्वतीय छायाकरण
- भू-आकृतियों पर उत्तर पश्चिमी कोने पर ऊपर से प्रकाश पड़ने की कल्पना की जाती है।
- अंधेरे वाले हिस्से को या ढाल को आभा से भर दिया जाता है।
- प्रकाश वाले ढाल को कम आभा से भर दिया जाता है या खाली छोड़ दिया जाता है।
- इस विधि में उच्चावच को प्रभावशाली ढंग से दिखाना संभव होता है।
3. तल चिन्ह और स्थानिक ऊँचाई क्या है ?
उत्तर ⇒ तल चिह्न द्वारा किसी दीवार, स्तंभों आदि पर अंकित किसी चिह्न को समुद्र तल से ऊँचाई प्रदर्शित की जाती है। इसमें ऊँचाई फीट अथवा मीटर किसी एक इकाई में मानचित्र पर लिखा जाता है। स्थानीय ऊँचाइयाँ मानचित्र में धरातल के किसी स्थान की समुद्र तल से ऊँचाई . प्रदर्शित करने वाले बिंदु को कहते है। इसमें बिंदुओं के द्वारा मानचित्र में विभिन्न स्थानों की ऊँचाई संख्या लिख दिया जाता है।
Class 10th Social science Manchitra Adhyayan Subjective Question Answer
4. समोच्च रेखाओं द्वारा शंक्वाकार पहाड़ी का प्रदर्शन किस प्रकार किया जाता है ?
उत्तर ⇒ शंक्वाकार पहाड़ी के प्रदर्शन के लिए वृत्ताकार प्रारूप में आठ-दस समोच्च रेखाएँ खींचते हैं। ऊँचाई के साथ इसके मान बाहर से अंदर की ओर बढ़ता हुआ होता है। अर्थात् सबसे अधिक ऊँचाई वाली समोच्च रेखा अंदर की ओर होती है। समोच्च रेखीय मानचित्र पर अनुभाग रेखा खींचने के बाद पार्श्व चित्र बनाया जाता है।
5. स्तर रंजन क्या है ?
उत्तर ⇒ यह स्थलाकृतियों को प्रदर्शन करने की एक विधि हैं जिसमें धरातलीय ऊँचाई एवं निचाई को विभिन्न छायाओं द्वारा प्रदर्शित किया जाता है। एटलस एवं दीवार मानचित्रों में इस विधि का उपयोग किया जाता है। ऊँचाई में वृद्धि के अनुसार रंगों की आभाएँ हल्की होती जाती हैं। इनमें समद्र या जलीय भाग को नीले रंग से दिखाया जाता है। मैदान को हरा रंग से तथा पवर्ततों को बादामी हल्का कत्थई रंग से दिखाया जाता है। जबकि बर्फीले क्षेत्र को सफेद रंग से दिखाया जाता है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न |
1. उच्चावच प्रदर्शन की प्रमुख विधियों का उल्लेख करें।
उत्तर ⇒ धरातल पर पायी जाने वाली उच्चावच को प्रदर्शित करने के लिए निम्नलिखित विधियाँ हैं—
(i) हैश्यूर विधि – इस विधि के अंतर्गत मानचित्र में छोटी महीन एवं खंडित रेखाएँ खींची जाती हैं। ये रेखाएँ ढाल की दिशा में खींची जाती है। इससे ढाल प्रवणता का सही-सही ज्ञान हो पाता है।
(ii) पवतीय छायाकरण – इस विधि से प्रदर्शित उच्चावच ऊपर से लिए गए फोटोग्राफ के समान प्रतीत होता है।
(iii) तल चिह्न – इस विधि द्वारा दीवार, पुलों स्तंभों पर समुद्रतल से मापी गई ऊँचाई को प्रदर्शित करने वाले चिह्न को तल चिह्न कहा जाता है।
(iv) स्थानीय ऊँचाई – तल चिह्न की सहायता से किसी स्थान विशेष की मापी गई ऊँचाई को स्थानीक ऊँचाई कहा जाता है।
(v) त्रिकोणमितीय स्टेशन – इसका उपयोग त्रिभुजन विधि द्वारा सर्वेक्षण करते समय स्टेशन के रूप में हुआ था।
(vi) स्तर रंजन – रंगीन मानचित्र में रंगों की विभिन्न आभाओं के द्वारा अभ्यारण प्रदर्शन का एक मानक निश्चित किया जाता है।
(vii) समोच्च रेखाएँ – समोच्च रेखाएँ भूतल पर समुद्र तल से एक समान ऊँचाई वाले स्थानों को मिलाकर मानचित्र पर खींची जाने वाली काल्पनिक रेखाएँ हैं।
मानचित्र अध्ययन सब्जेक्टिव प्रश्न उत्तर class 10
2. समोच्च रेखा क्या है ? इसके द्वारा विभिन्न प्रकार के ढालों का प्रदर्शन किस प्रकार किया जाता है ?
उत्तर ⇒ समोच्च रेखा भूतल पर समुद्रतल से एक समान ऊँचाई को मिलाने वाली काल्पनिक रेखाएँ होती हैं। इस विधि को उच्चावच प्रदर्शन की सर्वश्रेष्ठ विधि मानी जाती है। वास्तविक सर्वेक्षण के आधार पर इन रेखाओं को बादामी रंग से खींची जाती है। प्रत्येक रेखा के मान को भी अंकित कर दिया जाता है।
विभिन्न प्रकार के उच्चावच को प्रदर्शित करने के लिए समोच्च रेखाओं को खींचने या बनाने का प्रारूप भिन्न-भिन्न होता है। एक समान ढाल को दिखाने के लिए समान दूरी पर रेखाएँ खींची जाती है। खड़ी ढाल को दिखाने के लिए समोच्च रेखाएँ पास-पास बनायी जाती है। इसके विपरीत मंद ढाल को दिखाने के लिए इन रेखाओं को दूर-दूर बनाया जाता है। सीढ़ीनुमा ढाल के लिए समोच्च रेखाएँ अंतराल पर परन्तु दो या तीन रेखाएँ एक साथ जोड़ में बनाई जाती हैं। इसी तरह अन्य अनेक भू-आकृतियों को समोच्च रेखाओं से प्रदर्शित किया जा सकता है।
10th Class Social Science Subjective Question Answer : बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा 2023 इतिहास का लघु उत्तरीय प्रश्न और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न उत्तर नीचे दिया गया है दिए गए लिंक पर क्लिक करके लघु उत्तरीय प्रश्न और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न पढ़ सकते हैं । कक्षा 10 सामाजिक विज्ञान सब्जेक्टिव क्वेश्चन 2023