Social Science Class 10th Question Answer :- शहरीकरण एवं शहरी जीवन ( Shahri Karan Shahri Jivan) Subjective Question दोस्तों यहां पर मैट्रिक परीक्षा 2023 सामाजिक विज्ञान सोशल साइंस क्लास 10th का इतिहास का सब्जेक्टिव क्वेश्चन आंसर दिया गया है एवं इसमें शहरीकरण एवं शहरी जीवन का लघु उत्तरीय प्रश्न तथा शहरीकरण एवं शहरी जीवन का दीर्घ उत्तरीय प्रश्न दिया गया है तो इसे आप लोग शुरू से लेकर अंत तक एक बार अवश्य पढ़ें और इस वेबसाइट पर आपको शहरीकरण एवं शहरी जीवन का ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन आंसर भी मिल जाएगा।
शहरीकरण एवं शहरी जीवन ( Shahri Karan Shahri Jivan) Subjective Question Answer 2023
लघु उत्तरीय प्रश्न |
1. समाज के वर्गीकरण ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में किस भिन्नता के आधार पर किया जाता है ?
उत्तर ⇒ गाँव एवं शहर के बीच काफी भिन्नताएँ हैं। गाँव की आबादी कम होती है जबकि नगर में ज्यादा। गाँव में खेती एवं पशुपालन मुख्य आजीविका होता है जबकि शहर में व्यापार एवं उत्पादन। गाँव में प्राकृतिक वातावरण स्वच्छ होता है जबकि शहर में प्रदूषित। शिक्षा, स्वास्थ्य, यातायात आदि सुविधाओं में शहर काफी उन्नत होता है, जबकि गाँव में इन सुविधाओं का अभाव होता है। ग्रामीण जीवन में जहाँ सादगी एवं संतुष्टि को मिलती है वहीं नगरीय जीवन में ज्यादा चमक दमक व भाग दौड तथा अंतहीन आवश्यकताओं के प्रति ललक देखने को मिलती है।
2. आर्थिक एवं प्रशासनिक संदर्भ में ग्रामीण तथा नगरीय बनावट के दो प्रमुख आधार क्या हैं ?
उत्तर ⇒ आर्थिक एवं प्रशासनिक संदर्भ में ग्रामीण तथा नगरीय व्यवस्था के दो प्रमुख आधार हैं- जनसंख्या का घनत्व तथा कृषि आधारित आर्थिक क्रियाओं का अनुपात । नगरों में जनसंख्या का घनत्व अधिक होता है। अथवा प्रति इकाई क्षेत्र में लोगों की संख्या की दृष्टि से वे छोटे होते हैं। गाँव की आबादी का एक बड़ा हिस्सा कृषि संबंधी व्यवसाय से जुड़ा है।
3. किन तीन प्रक्रियाओं के द्वारा आधुनिक शहरों की स्थापना निर्णायक रूप से हुई ?
उत्तर ⇒ तीन ऐतिहासिक प्रक्रियाओं ने आधुनिक शहर की स्थापना में निर्णायक भूमिका निभाई। पहला औद्योगिक पूंजीवाद का उदय, दूसरे-विश्व के विशाल भूभाग पर औपनिवेशिक शासन की स्थापना और तीसरा लोकतांत्रिक आदर्श का विकास।
Samajik Vigyan class 10th Shahri Karan Shahri Jivan subjective question answer 2023
4. शहर किस प्रकार के क्रियाओं के केन्द्र होते हैं ?
उत्तर ⇒ शहर व्यापार एवं उत्पादन संबंधी क्रियाओं के केन्द्र होते हैं। यहाँ शिक्षा, यातायात, स्वास्थ्य व रोजगार की बेहतर सम्भावनाएँ होती हैं, जिसके कारण ग्रामीण लोग शहर की ओर पलायन करते हैं। आधुनिक काल से पूर्व व्यापार एवं धर्म शहरों की स्थापना के महत्वपूर्ण आधार थे।
5. गाँव के कृषिजन्य आर्थिक क्रियाकलापों की विशेषता को दर्शायें।
उत्तर ⇒ गाँव की आबादी का एक बड़ा हिस्सा कृषि संबंधी व्यवसाय से जुड़ा है। अधिकांश वस्तुएँ कृषि उत्पाद की होती है। ग्रामीण जीवन का मुख्य आय का स्रोत कृषि होता है। अतः एक कृषि-प्रधान अर्थव्यवस्था मूलतः जीवन निर्वाह अर्थव्यवस्था की अवधारणा पर आधारित थी।
6. नगरों में विशेषाधिकार प्राप्त वर्ग अल्पसंख्यक है ऐसी मान्यता क्यों बनी है ?
उत्तर ⇒ नगर एक ओर मनीषियों और धनी लोगों का केन्द्र था तो दूसरी ओर यह भी सत्य था कि ये अवसर केवल कुछ व्यक्तियों को ही प्राप्त थे। जो सामाजिक तथा आर्थिक विशेषाधिकार प्राप्त अल्पसंख्यक वर्ग थे वे पूर्णरूपेण उन्मुक्त तथा संतुष्ट जीवन जी सकते थे। चूंकि अधिकांश व्यक्ति जो शहर में रहते थे बाध्यताओं में ही सीमित थे तथा उन्हें सापेक्षिक स्वतंत्रता प्राप्त नहीं थे। अतः शहर का जीवन परस्पर विरोधी छवियों और अनुभवों को जन्म दे रहा था।
कक्षा 10 शहरीकरण एवं शहरी जीवन का सब्जेक्टिव क्वेश्चन आंसर
7. नगरीय जीवन एवं आधुनिकता एक-दूसरे से अभिन्न रूप से कैसे जुड़े हुए हैं ?
उत्तर ⇒ समाजशास्त्री के अनुसार नगरीय जीवन एवं आधुनिकता एक दूसरे के पूरक हैं और शहर को आधुनिक व्यक्ति का प्रभाव क्षेत्र माना जाता है। शहर व्यक्ति को संतुष्ट करने के लिए अंतहीन संभावनाएँ प्रदान करता है। शहर का आधुनिकता का प्रतीक माना जाता है जहाँ नित्य प्रति नई-नई तकनीकें व विचारों का सम्प्रेषण होता है। इस प्रकार नगरीय जीवन और आधुनिकता एक दूसरे से अभिन्न रूप से जुड़े हुए हैं।
8. व्यवसायिक पूंजीवाद ने किस प्रकार नगरों के उद्भव में अपना योगदान किया ?
उत्तर ⇒ नगरों का उद्भव व्यावसायिक पूंजीवाद के उदय के साथ संभव हुआ। व्यापक स्तर पर व्यवसाय, बड़े पैमाने पर उत्पादन, मुद्रा प्रधान अर्थव्यवस्था, शहरी अर्थव्यवस्था जिसमें काम के बदले वेतन, मजदूरी का नगद भुगतान एक गतिशील एवं प्रतियोगी अर्थव्यवस्था, स्वतंत्र उद्यम, मुनाफा कमाने की प्रवृत्ति, मुद्रा, बैंकिंग, साख, बिल विनिमय, बीमा, अनुबंध कंपनी, साझेदारी, एकाधिकार आदि इस पूंजीवादी व्यवस्था की विशेषता रही। इन गतिविधियों ने नगरों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। यह एक नए सामाजिक शक्ति के रूप में उभरकर सामने आए।
9. नागरिक अधिकारों के प्रति एक नई चेतना किस प्रकार के आंदोलन या प्रयास से बने ?
उत्तर ⇒ महिलाओं के मताधिकार आन्दोलन या विवाहित महिलाओं के लिए संपत्ति में अधिकार आदि आन्दोलनों के माध्यम से महिलायें लगभग 1870 ई० के बाद राजनीतिक गतिविधियों में हिस्सा ले पायीं। समाज में महिलाओं की स्थिति में भी परिवर्तन आए। आधुनिक महिलाओं ने समानता के लिए संघर्ष किया और समाज को कई रूपों में परिवर्तित करन में सहायता दी।
सामाजिक विज्ञान ( इतिहास) पाठ -1 यूरोप में राष्ट्रवाद SUBJECTIVE QUESTION
10. श्रमिक वर्ग का आगमन शहरों में किस परिस्थितियों के अन्तर्गत हुआ ?
उत्तर ⇒ आधुनिक शहरों में एक ओर पूंजीपतियों का अभ्युदय हुआ तो दूसरी ओर श्रमिक वर्ग का । शहरों में फैक्ट्री प्रणाला की स्थापना के कारण कषक वर्ग जो लगभग भूमिहार कृषक वर्ग में थे, शहरों की ओर बेहतर रोजगार के अवसर को देखते हुए भारी संख्या में शहरों की ओर उनका पलायन हुआ। इस प्रकार शहरों में श्रमिक वर्ग का दबाव काफी बढ़ गया।
11. शहरों के उद्भव में मध्यम वर्ग की भूमिका किस प्रकार की रही ?
उत्तर ⇒ शहरों के उदभव में मध्यम वर्ग की भूमिका महत्वपूर्ण रही एक नए शिक्षित वर्ग का अभ्युदय हुआ, जो विभिन्न देशी में रहकर भी औसतन एक समान आय प्राप्त करने वाले वर्ग के रूप में उभरकर आए एवं बुद्धिजीवी वर्ग के रूप में स्वीकार किए गए। ये विभिन्न रूप में कार्यरत रहे जैसे- शिक्षक, वकील, चिकित्सक, इंजीनियर, कलर्क, एकाउंटेंट परन्तु उनके जीवन मूल्य के आदर्श समान रहे और इसकी आर्थिक स्थिति भी एक वेतनभोगी वर्ग के रूप में उभर कर आयी।
Shahri Karan Shahri Jivan Subjective question answer 2023
12. शहरों ने किन नई समस्याओं को जन्म दिया ?
उत्तर ⇒ शहरों के विकास से अनेक सुविधाएँ मिली तो दूसरी ओर नई समस्याओं को भी जन्म दिया जिनके निदान की आवश्यकता आज भी है। शहर में शिक्षा एवं रोजगार के बेहतर साधन उप्लब्ध हुए हैं तो दुसरी ओर स्पर्धा एवं अवसरवाद जैसी नकारात्मक प्रवृत्ती भी बलवती हई है। एक संतुलित सामाजिक व्यवस्था का निर्माण आधुनिकीकरण के साथ उन आदर्शों के संश्लेषण के साथ ही संभव है जिन्हें हम शहरी व्यस्तता के अन्तर्गत छोड़ते जा रहे हैं।
13. यूरोपीय इतिहास में ‘घेटो’ का क्या अर्थ है ?
उत्तर ⇒ सामान्यतः यह शब्द मध्य यूरोपीय शहरों में यहूदियों की बस्ती के लिए प्रयोग किया जाता है। आज के संदर्भ में यह विशिष्ट धर्म, नृजाति, जाति या समान पहचान वाले लोगों के साथ रहने को इंगित करता है। घेटोकरण की प्रक्रिया में मिश्रित विशेषताओं वाले पड़ोस के स्थान पर एक समुदाय पड़ोस में बदलाव का होना सामुदायिक दंगों को ये एक विशिष्ट रूप देते हैं।
शहरीकरण एवं शहरी जीवन दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न |
1. ग्रामीण तथा नगरीय जीवन के बीच की भिन्नता को स्पष्ट करें।
उत्तर ⇒ शहरों तथा नगरों में जनसंख्या का घनत्व अधिक होता है। अथवा प्रति इकाई क्षेत्र में लोगों की संख्या की दृष्टि से वे छोटे होते हैं। शहरों तथा नगरों से गाँव को उनके आर्थिक प्रारूप में कृषिजन्य क्रियाकलापों में एक बड़े भाग के आधार पर भी अलग किया जाता है। दूसरे शब्दों में गाँव की आबादी का एक बड़ा हिस्सा कृषि संबंधी व्यवसाय से जुड़ा है। अधिकांश वस्तुएँ कृषि उत्पाद ही होती है जो इनकी आय का प्रमुख स्रोत होता है।
शहरों में शिल्पकार, व्यापारी, प्रशासन तथा शासक रहते है। वहीं ग्रामीण क्षेत्र में कृषक एवं मजदूर वर्ग। शहरों में विभन्नि प्रकार की सुविधाएँ प्राप्त हैं यथा शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार इत्यादि तो दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसी सुविधाएँ से लोग वंचित हैं अथवा बहुत कम हैं। शहरों का वातावरण प्रदूषित होता है तो ग्रामीण क्षेत्र का वातावरण स्वच्छ होता है।
2. शहरों के विकास की पृष्ठभूमि एवं उसके प्रक्रिया पर प्रकाश डालें।
उत्तर ⇒ गाँव से शहरों का विकास एक प्रक्रिया है जो कई श्ताब्दियों तक फैली है। मध्यकालीन सामंती सामाजिक संरचना एवं मध्यकालीन जीवन मूल्य तेरहवीं शताब्दी तक अपने शिखर पर थे। कई प्रतिरोध के पश्चात भी यह व्यवस्था लगभग सोलहवीं शताब्दी तक बना रहा। अंततः एक नई सामाजिक एवं राजनीतिक संरचना विकसित हुई जो अपनी परंपराओं एवं स्वरूप के लिए प्राचीन परिपाटी के प्रति ऋणी तो थी किंतु नवीन राजनीतिक एवं आर्थिक अवधारणाओं को स्वीकार करती थी। जो अधिक लौकिक थी एवं जिज्ञासु प्रवृत्ति से प्रेरित थी। शहरीकरण की प्रक्रिया बहुत लम्बी है लेकिन आधुनिक शहर के उदय का इतिहास लगभग 200 वर्ष पुराना है। तीन ऐतिहासिक प्रक्रियाओं ने आधुनिक शहरों के स्थापना में निर्णायक भूमिका निभाई।
(i). औद्योगिक पूंजीवाद का उदय
(ii). विश्व के विशाल भूभाग पर औपनिवेशिक शासन की स्थापना।
(iii). लोकतांत्रिक आदर्शों का विकास ।
Class 10th Social science History Subjective Question Bihar Board Matric Exam 2023
3. शहरीकरण की प्रक्रिया में व्यवसायी वर्ग, मध्यम वर्ग एवं मजदूर वर्ग की भूमिका की चर्चा करें।
उत्तर ⇒ शहरीकरण की प्रक्रिया में व्यवसायी वर्ग, मध्यम वर्ग एवं मजदूर वर्ग की भूमिका निम्नलिखित हैं-
(i). व्यवसायी वर्ग : नगरों का उद्भव व्यवसायिक पूंजीवाद के उदय के साथ संभव हुआ। व्यापक स्तर पर व्यवसाय, उत्पादन, स्वतंत्र उद्यम, प्रतियोगी अर्थव्यवस्था आदि ने शहरीकरण प्रक्रिया को तीव्र कर दिया।
(ii). मध्यमवर्ग : शहरीकरण में इनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। शिक्षक, वकील, चिकित्सक, इंजीनियर इत्यादि ने अपने कार्य कुशलता के द्वारा शहरों व अर्थ व्यवस्था के विकास में अहम भूमिका अदा किया।
(iii). श्रमिक या मजदूर वर्ग : आधुनिक शहरों में जहाँ एक ओर पूंजीपति वर्ग का अभ्युदय हुआ वहीं दूसरी ओर मजदूर वर्ग का। श्रमिक वर्ग सुविधाविहिन वर्ग था जिसके पास रहने को न घर था और न खाने को भोजन । वे स्लम में अपना जीवन व्यतीत करते थे। जो अनेक कष्टों को सहते हुए भी शहरीकरण में काफी योगदान किया।
4. एक औपनिवेशिक शहर के रूप में बम्बई शहर के विकास की समीक्षा करें।
उत्तर ⇒ 19वीं शताब्दी के अंत तक मुंबई (बंबई) शहर का विस्तार तीव्रता से हुआ। बंबई एक घनी आबादी वाला शहर है। यहाँ 1872 ई० में प्रति मकान में 20 व्यक्ति रहते थे। बंबई में नगर योजना का काम प्लेग की महामारी के डर से किया गया। 1898 ई० में सिटी ऑफ बाम्बे इम्प्रूवमेंट शहर की स्थापना की गई। 1918 ई० में बंबई के मकानों के मंहगे किराये को सीमित करने के लिए किराया कानून पारित किया गया। जमीन की कमी के कारण भी शहर के विस्तार से बंबई में समस्या बढ़ी जिसे दूर करने के लिए भूमि विकास परियोजना लागू की गई।
एक सफल भूमि विकास परियोजना बंबई पोर्ट एक्ट के अन्तर्गत शुरू की गई। ट्रस्ट ने 1914 ई० से 1918 ई० के बीच एक सूखी गोदी का निर्माण किया और उसकी खुदाई से जो मिट्टी निकली उसका इस्तेमाल करके 22 एकड़ का बालार्ड एस्टेट बना डाला। इसके बाद मशहुर मेरीन ड्राईव बनाया गया।
शहरीकरण एवं शहरी जीवन लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर
5. शहरी जीवन में किस प्रकार के सामाजिक बदलाव आए ?
उत्तर ⇒ शहरों में नए सामाजिक समूह बने। सभी वर्ग के लोग शहरों में बढ़ने लगे। शहरी सभ्यता ने पुरूषों के साथ महिलाओं में भी व्यक्तिवाद के भावना को उत्पन्न किया एवं परिवार की उपादेयता और स्वरूप को पूरी तरह बदल दिया। जहाँ पारिवारिक संबंध अब तक बहुत मजबूत थे वहीं ये बंधन ढीले पड़ गए । आधुनिक काल में महिलाओं ने समानता के लिए संघर्ष किया और समाज को कई रूपों में परिवर्तित करने में सहायता दी। अधिकतर शहरी समाज में महिलाएँ घरेलू उपयोग की वस्तुओं का निर्णय लेती है। शहरों में बढ़ती आबादी के साथ 19वीं शताब्दी में अधिकतर आन्दोलन में पुरूष भी बड़ी संख्या में एकजुट हुए । नगरों की उद्भव ने मध्यम वर्ग को सबल बनाया। आधुनिक शहरों में पूंजीपति वर्ग के अभ्युदय के साथ-साथ श्रमिक वर्ग का उद्भव हुआ जिसने अपने श्रम के माध्यम से विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। मजदूरों में जागरूकता आयी और संगठित होकर अपनी बेहतरी के लिए आन्दोलन की शुरूआत की।
- Class 10 Social Science All Chapter VVI Guess Question Paper 2023
S.N | Social Science (सामाजिक विज्ञान) 📒 |
1. | History (इतिहास) Guess Paper |
2. | Geography (भूगोल) Guess Paper |
3. | Economics (अर्थ-शास्त्र) Guess Paper |
4. | Political Science (राजनितिक विज्ञानं) Guess Paper |
5. | Disaster Management (आपदा प्रबंधन) Guess Paper |
10th Class Social Science Subjective Question Answer : बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा 2023 इतिहास का लघु उत्तरीय प्रश्न और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न उत्तर नीचे दिया गया है दिए गए लिंक पर क्लिक करके लघु उत्तरीय प्रश्न और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न पढ़ सकते हैं । कक्षा 10 सामाजिक विज्ञान सब्जेक्टिव क्वेश्चन 2023